गुर्दे की पथरी का घरेलू इलाज

गुर्दे की पथरी क्या है कैसे होती ही और इसका घरेलू इलाज क्या है


भोजन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अनाज और दाल के प्रोटीन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भोजन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अनाज प्रोटीन और दाल प्रोटीन का न्यूनतम अनुपात 4: 1 होना चाहिए। अनाज के संदर्भ में, यह भोजन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अनाज का आठ भाग और दालों का एक हिस्सा होगा।

हर दिन फल और सब्जियों के पांच हिस्से खाएं।

स्वस्थ स्नैक्स खाना जारी रखें। यह आपको भूख लगने पर अस्वास्थ्यकर स्नैक खाने से रोकेगा।

खाना पकाने से पहले सभी दिखने वाले वसा को निकालें – मुर्गे से त्वचा को हटा दें और किसी भी मांस से सफेद वसा को हटा लें।

उत्तेजक पदार्थ जैसे कैफीन, शराब और परिष्कृत चीनी को सीमित रखें।

बाहर जाकर खाने को सप्ताह में एक दिन तक सीमित करें। कार्यस्थल के लिए खुद से पैक लिया हुआ भोजन लें।

केवल उन चीजों को खाएं जो आपको पसंद हैं – देखें कि आपके लिए क्या सही है और अपने आप को उन चीजों को खाने के लिए मजबूर न करें क्योंकि वे आपके लिए अच्छे हैं।

स्वस्थ पकाने के सुझाव

आज के भागमभाग जीवन में पारंपरिक शैली में भोजन पकाना विलुप्त हो रहा है। लोग ज्यादातर कम स्वास्थकर फास्ट फूड, खाने के लिए तैयार पैकेट आदि खाने के लिए चुनते हैं। एक स्वस्थ भोजन बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे अपने घर पर पकाएं, बजाय बाहर के पके हुए भोजन पर आश्रित रहना। अपने भोजन में विविधता रखने के लिए स्वस्थ तरीकों को खोजें क्योंकि पुनरावृत्ति नीरसता पैदा कर सकती है। अपने आहार को उस उत्साह और अच्छे स्वाद से प्रभावित करें जिसके लिए आप तरसते हैं। स्वास्थ्यवर्धक खाना पकाने के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं।

स्वस्थ भोजन चुनने का मतलब यह नहीं है कि आपको अपने पसंदीदा खाने को छोड़ना होगा। सोचें कि आप अपने पसंदीदा को एक स्वस्थ विकल्प में कैसे बदल सकते हैं। उदाहरण के तौर पर:

मांस को कम करें और अपने व्यंजनों में अधिक सब्जियां जोड़ें।

सेकते समय रिफाइंड आटे के बजाय साबूत गेहूं के आटे का उपयोग करें।

अतिरिक्त तेल को हटाने के लिए अपने तले हुए खाद्य पदार्थों को सोखें।

मेयोनेज़ के बजाय कम वसा वाले दही का उपयोग करें।

स्वाद वाले दही के बजाय अपने दही में कटे हुए फल मिलाएं।

नियमित दूध के बजाय स्किम दूध का उपयोग करें।

खाना पकाने के लिए तेल की आवश्यकता को कम करने के लिए नहीं चिपकने वाले बर्तनों का उपयोग करें।

पोषक तत्वों को होने वाले नुकसान से बचने के लिए उबालने की बजाय अपनी सब्जियों को माइक्रोवेव या स्टीम करें।

अपने खाद्य पदार्थों में वसा की मात्रा को न्यूनतम बनाए रखना चाहिए
गुर्दे की पथरी के लक्षण, कारण और घरेलू इलाज : Symptoms, Causes and Home Remedies for Kidney Stone
गुर्दे की पथरी या किडनी स्टोन को नेफ्रोलिथिआरीस (Nephrolithiaris) भी कहते है। गुर्दे की पथरी एक क्रिस्टलीय खनिज पदार्थ है जो गुर्दे या मूत्र पथ में कही भी हो सकती है। एक छोटा पत्थर बिना लक्षण के मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है। लेकिन अगर पथरी 5 एमएम से ज्यादा का हो तो यह मूत्रमार्ग में रुकावट पैदा करता है, जिससे परिणामस्वरूप दर्द और उल्टी जैसे लक्षण उत्पन्न होते है। विभिन्न कारक इन पत्थरों के विकास के जोखिम का बढ़ा सकते है।
अनुवांशिकी और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन के कारण अधिकांश पथरियाँ बनती है। जोखिम कारक में मूत्र में कैल्शियम का उच्च स्तर, मोटापा, कुछ खाद्य पदार्थ, कुछ दवाएं, कैल्शियम की खुराक, गाउट और पर्याप्त तरल पदार्थ न मिलना शामिल है। यूरीन में मौजूद कैमिकल यूरिक एसिड, फॉस्फोरस, कैल्शियम, ऑक्जालिक एसिड मिलकर पथरी बना देते है।

गुर्दे की पथरी मिनरल्स और नमक से बनी एक ठोस जमावट होती है। इनका माप छोटे से लेकर बड़ा हो सकता है। यह गुर्दे में या मूत्रपथ में पाई जाती है। मूत्रपथ में गुर्दे, मूत्रवाहिनी (Ureter), मूत्राशय (Bladder), मूत्रमार्ग, (urethra) होते है। इसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है। लेकिन गुर्दे की पथरी के इलाज (Pathri ka ilaj) के बारे में जानने से पहले वह क्यों होता है पहले इसके बारे में जानते हैं।
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी क्या है (What is Kidney Stone)
आयुर्वेद में पथरी को अश्मरी कहा गया है, इसमें वात दोष मूत्राशय में आये हुए शुक्र सहित मूत्र को या पित्त के साथ कफ को सूखा देता है तब पथरी बन जाती है। जब यह अश्मरी मूत्र मार्ग में आ जाती है तब मूत्र त्याग में अत्यधिक रुकावट एवं असहनीय पीड़ा उत्पन्न करती है। इसके कारण अंडकोष से लेकर लिङ्ग मूत्राशय एवं पार्श्व में पीड़ा होती है। वात के कारण जब यह अश्मरी टुकड़े-टुकड़े होकर मूत्र मार्ग से निकलती है तब इसे आयुर्वेद में शर्करा कहा गया है।

किडनी स्टोन चार प्रकार के होते हैं-

कैल्शियम स्टोन
यूरिक एसिड स्टोन
स्ट्रूविटा स्टोन
सिस्टिन स्टोन
इनमें से कैल्शियम स्टोन और यूरिक एसिड स्टोन आम तौर पर सबसे ज्यादा पाये जाते हैं।
किडनी स्टोन या गुर्दे में पथरी क्यों होती है (Causes of Kidney Stone)
आजकल गुर्दे में पथरी होना जैसा सामान्य हो गया है। इसके लक्षण नजर आते ही तुरंत पथरी का इलाज (Pathri ka ilaj) करना चाहिए. आइये जानते हैं किडनी की पथरी किन कारणों से होती है।

कम मात्रा में पानी पीना इसका एक मुख्य कारण है
यूरीन में केमिकल की अधिकता
शरीर में मिनरल्स की कमी
डिहाइड्रेशन
विटामिन डी की अधिकता
जंक फूड का अति सेवन।
किडनी स्टोन होने के लक्षण (Symptoms of Kidney Stone)
वैसे तो गुर्दे में पथरी होने से दर्द होता है लेकिन इसके साथ ही कई और लक्षण होते हैं-

मूत्र त्याग के समय दर्द

पीठ के निचले हिस्से, पेट में दर्द और ऐंठन

मूत्र में रक्त आना

जी मिचलाना और उल्टी आना

दुर्गन्धयुक्त पेशाब

बार-बार पेशाब आना परंतु खुलकर पेशाब न आना

बुखार, पसीना निकलना आदि
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी से बचने के उपाय (How to prevent Kidney Stone)
किडनी में पथरी होने पर जल्द से जल्द पथरी का इलाज (Pathari ka ilaj) कराना चाहिए. गुर्दे में पथरी न हो इसके लिए आहार और जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने चाहिए। जैसे-

ऐसे व्यक्ति जो कैल्शियम ऑक्जालेट गुर्दे की पथरी से पीड़ित होते है उन्हें ऑक्जालेट से भरपूर आहार नहीं लेने चाहिये। ऐसे आहार हैं- मूंगफली, पालक, चुकन्दर, शीशम के बीज, चॉकलेट, जिमीकंद (Sweet Potatoes)।
अधिक मात्रा में प्रोटीन न लें।
सोडियम की अधिक मात्रा न लें। जंक फूड, डिब्बा बंद खाना और नमक के बहुत अधिक सेवन से बचें।
पालक, साबुत अनाज आदि में ऑक्सलेट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसका सेवन न करें।
टमाटर के बीज, बैंगन के बीज, कच्चा चावल, उड़द और चने का अधिक सेवन करने से स्टोन की समस्या बढ़ जाती है। अधिक से अधिक पानी पिएँ और कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें, इसमें मौजूद फॉस्फोरिक एसिड स्टोन के खतरे को और बढ़ाता है।
शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने न दें इसलिये मांसाहार का सेवन बिल्कुल भी न करें।
गुर्दे की पथरी निकालने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Kidney Stone)
गुर्दे की पथरी निकालने के लिए लोग सबसे पहले घरेलू उपाय ही आजमाते हैं। तो चलिये जानते हैं कि वे घरेलू उपाय कौन-कौन से हैं-

सौंफ का मिश्रण गुर्दे की पथरी निकालने में करता है मदद (Fennel seed mixture help to treat Kidney stone)
सौंफ मिश्री, सूखा धनिया, इनको 50-50 ग्रा. मात्रा में लेकर रात को 11/2 कप ठंडा पानी मिलाकर पीने से पथरी पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाती है।
तुलसी गुर्दे की पथरी के इलाज में लाभकारी (Tulsi help to treat and remove Kidney stone)
तुलसी का इस्तेमाल करना किडनी स्टोन दूर करने का काफी प्रचलित घरेलू उपाय (Kidney stone ke gharelu upay) है. इसके लिए प्रतिदिन 5-7 तुलसी के पत्तों को चबाकर खाएँ। इसमें एसिटिक एसिड एवं अन्य जरूरी तेल होते है जो पथरी को तोड़कर पेशाब के रास्ते बाहर निकालते है। यह दर्द निवारक की तरह भी काम करती है।

चौलाई की सब्जी खायें और गुर्दे की पथरी से राहत पाएं (Amaranth helps to get relief from Kidney stone)
चौलाई की सब्जी गुर्दे की पथरी से निजात दिलाती है। यह पथरी को गलाने का रामबाण इलाज (Pathri ka ilaj
राजमा किडनी स्टोन के इलाज में लाभकारी (Rajma se kare kidney ki Pathri ka ilaj in Hindi)
राजमा को भिगोकर उसे उबाल लें। इस पानी को ठंडा कर के इसे दिन में कई बार पिएँ।

प्याज का पानी किडनी से पथरी निकालने में फायदेमंद (Onion juice : Home remedies for Kidney Stone)
2 प्याज को एक गिलास पानी में डालकर धीमी आँच में उबालें पकने पर उसे ठण्डा कर लें अब प्याज को पीस लें और छानकर रस निकालकर 1-2 दिन तक पिएँ।

कॉर्न हेयर या कॉर्न सिल्क (मकई) गुर्दे के पथरी के इलाज में फायदेमंद (Corn hair helps to get remove from Kidney Stone)
कॉर्न हेयर या कॉर्न सिल्क (मकई) के सेवन से किडनी स्टोन ठीक होता है। इसके सेवन से यूरिन ज्यादा आता है और पथरी छोटे-छोटे कणों के द्वारा बाहर निकल जाती है।

और पढ़ें : मक्के के आटे के फायदे और उपयोग

व्हीट ग्रास गुर्दे से पथरी निकालने में फायदेमंद (Wheat grass beneficial in Kidney Stone)
व्हीट ग्रास को पानी में उबालकर ठण्डा कर लें इसके नियमित सेवन से गुर्दे की पथरी और गुर्दे से जुड़ी दूसरी बिमारियों में काफी आराम मिलता है।

खजूर गुर्दे की पथरी होने के खतरे को करता है कम (Dates help to prevent from Kidney Stone formation)
खजूर को रात भर पानी में भिगाकर सुबह खाए इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। गुर्दे की पथरी होने के खतरे को कम करता है।

Khajoor

खीरे का सेवन किडनी स्टोन निकालने में लाभकारी (Cucumber : Home remedies for Kidney Stone in Hindi)
खीरे का सेवन करें इसमें पथरी निकलने में आसानी होती है।

ये घरेलू उपाय (kidney stone ke gharelu upay) लाभकारी तो होते हैं लेकिन अगर पथरी बड़ी हो या स्थिति गंभीर हो तो पथरी का इलाज (Pathri ka ilaj) कराएं, सिर्फ घरेलू उपायों पर निर्भर ना रहें.

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए (When to see a Doctor)
गुर्दे की पथरी का दर्द बहुत ही असहनीय और देर तक बना रहता है। दर्द के साथ जी मिचलाना और उल्टी जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते है। गुर्दे की पथरी के कारण गुर्दे या मूत्रपथ में संक्रमण भी हो सकता है अतः दर्द उठने पर ही तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क कर जाँच कराए एवं पथरी होने पर तुरंत इलाज (Pathri ka ilaj) करवाएं।


Comments